नई दिल्ली : इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल शनिवार को लगेगा। ये साल 2022 में होने वाले दो आंशिक सूर्य ग्रहणों में से पहला होगा। ये आने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा।
स्पेस डॉट कॉम के मुताबिक दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, अंटार्कटिक महासागर और प्रशांत महासागर के कुछ हिस्सों में रहने वाले लोग इसे देख सकेंगे। वहीं, दूसरा सूर्य ग्रहण इस साल 25 अक्टूबर को होगा। इन दो ग्रहणों के बाद 2023 तक कोई भी सूर्य ग्रहण हमें नजर नहीं आएगा।
क्या होता है सूर्य ग्रहण? ………..सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा ठीक उसी समय पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है। जब ये मौका आता है तब चंद्रमा सूर्य को ढंक लेता है और सूर्य की किरणों को पृथ्वी पर पहुंचने से रोकता है। इस दुर्लभ घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
सूर्य ग्रहण चार टाइप के होते हैं। ये टाइप- टोटल, एनुलर, पार्शियल और हाइब्रिड हैं। इस साल दो पार्शियल सूर्य ग्रहण और दो टोटल चंद्रग्रहण होने वाले हैं। हालांकि, हर ग्रहण कुछ ही जगहों पर लोगों को दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण का समय: ..……….भारतीय समयानुसार सूर्य ग्रहण की शुरुआत 12:15 pm पर होगी और ये 4:07 pm पर खत्म हो जाएगा। ये करीब 3 घंटे और 52 मिनट तक चलेगा। 30 अप्रैल को लगने वाले सूर्य ग्रहण सूर्य का अधिकतम 54 प्रतिशत हिस्सा दिखाई नहीं देगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक ये आने वाला सूर्य ग्रहण आंशिक ग्रहण होगा। ऐसे में ये भारत में दिखाई नहीं देगा। इसी वजह से भारत में सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
काफी सारे लोगों को सूर्य ग्रहण की प्रक्रिया अपनी आंखों से देखना पसंद है। लेकिन, नंगी आंखों से देखने का सुझाव नहीं दिया जाता। दुनिया के जिन हिस्सों में ये ग्रहण दिखाई देगा वो लोग इसे प्रोटेक्टिव ग्लास या दूरबीन के जरिए देख सकते हैं।
ग्रहण के दौरान करें इन मंत्रों का जाप
ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभ
जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लीं ओम् स्वाहा।।