कोलंबो : श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच आपातकाल घोषित किया गया था, लेकिन अब श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने आपातकाल को हटा दिया है। उन्होंने मंगलवार को नोटिफिकेशन जारी करके श्रीलंका से आपातकाल खत्म करने ऐलान किया है।
गौर करने वाली बात है कि आर्थिक संकट के चलते पूरे श्रीलंका में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। गौर करने वाली बात है कि इसे पहले लोगों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए श्रीलंका में राजपक्षे ने आपातकाल घोषित किया था।
गौर करने वाली बात है कि श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीत हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की गई थी क्योंकि देश में दवाओं की भारी किल्लत थी। लेकिन अब श्रीलंका के राष्ट्रपति ने 5 अप्रैल की मध्यरात्रि से आपातकाल को खत्म करने का ऐलान कर दिया है।
बता दें कि श्रीलंका में पेट्रोल-डीजल, खाद्य पदार्थ, बिजली सहित तमाम मूलभूत चीजों की भारी किल्लत है, जिसके चलते लोग सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कोरोना काल के चलते श्रीलंका के हालात काफी खराब हो गए हैं। संकट की इस घड़ी में भारत ने पड़ोसी देश की मदद करते हुए जरूरी सामग्री को श्रीलंका भेजने के साथ 2.5 बिलियन डॉलर का लाइन ऑफ क्रेडिट भी दिया है, जिसकी मदद से श्रीलंका भारत से जरूरी सामान का आयात कर सकता है।
बता दें कि रविवार को श्रीलंका के 26 मंत्रियों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया था। लोगों के बढ़ते गुस्से की वजह से मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सभी 26 मंत्रियों ने एक साझा पत्र जारी किया था, जिसमे इन लोगों ने इस्तीफा दिया था और कहा था कि वह नए कैबिनेट के गठन का रास्ता साफ करते हैं।
अमेरिका ने मंगलवार को कहा था कि श्रीलंका के हालात काफी चिंतापूर्ण हैं। साथ ही अपील की गई है आम लोग जो प्रदर्शन कर रहे हैं उनके खिलाफ बल प्रयोग से बनचा चाहिए, सोशल मीडिया पर प्रतिबंध को लगाने से बचना चाहिए।