यूपी : कानपुर के कल्याणपुर के डिविनिटी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 501 में रहने वाले डॉक्टर डॉ. सुशील कुमार ने शुक्रवार शाम अपनी शिक्षक पत्नी चंद्रप्रभा (48), बेटा शिखर (18) और बेटी खुशी (16) की निर्मम हत्या कर दी।
वारदात के बाद रूरा में तैनात भाई को मैसेज कर जानकारी भी दी। मैसेज पढ़कर फ्लैट पहुंचे भाई के सामने पुलिस ने दरवाजे का लॉक तोड़ा और अंदर दाखिल हुई, जहां पत्नी और बच्चों के शव अलग-अलग कमरों में पड़े मिले।
बरामद नोट से पता चला कि कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की वजह से डॉ. सुशील दहशत और डिप्रेशन में है। वारदात के बाद वह फरार हो गया। डॉ. सुशील मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक विभाग में हेड ऑफ डिपार्टमेंट हैं।
शुक्रवार शाम 5:32 बजे रूरा निवासी अपने भाई सुनील को सुशील ने मैसेज भेजा कि …भैया पुलिस को इन्फॉर्म कर दो मैंने डिप्रेशन के चलते…..।
मैसेज देखकर सुनील ने फोन करना शुरू किया तो कोई जवाब किसी के नंबर से नहीं मिला। वह आनन-फानन में अपार्टमेंट पहुंचे। दरवाजा न खोलने पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस दरवाजा तोड़कर भीतर घुसी तो देखा कि चंद्रप्रभा, शिखर और खुशी का शव अलग-अलग कमरों में पड़ा था।
पुलिस कमिश्नर असीम अरुण, एडिशनल सीपी क्राइम आनंद प्रकाश तिवारी, डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल के साथ फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। तीन घंटे तक तफ्तीश करते हुए साक्ष्य जुटाए। डॉ. सुशील कुमार मूल रूप से रायबरेली के रहने वाले थे।
बरामद डायरी में डॉक्टर ने जो नोट लिखा है उससे पुलिस को आशंका है कि कहीं सुशील खुद को नुकसान न पहुंचा ले। क्राइम ब्रांच समेत कई अलग-अलग टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं। उसकी दोनों कारें अपार्टमेंट में खड़ी हैं। संभावना है कि वह वहां से पैदल निकला है। उसका मोबाइल भी बंद है। इसलिए पुलिस उसको ट्रेस नहीं कर पा रही है। हर एक थाने की पुलिस को सुशील की फोटो भेजकर तत्काल तलाश करने के निर्देश पुलिस कमिश्नर ने दिए हैं।